Monday, April 21, 2014

गमले में ककड़ी कैसे उगाएं

काफी समय से इंटरनेट पर फूल-पौधों के अलावा छत पर सब्जियां उगाने के बारे में पढ़ रहा था. बड़े शहरों में ये शौक बड़ी तेजी से उभर रहा है. आजकल सब्जियां जहां दिनोंदिन महंगी होती जा रही हैं वहीं कीटनाशक रहित ऑर्गेनिक सब्जियां उगाने का चलन बढ़ रहा है इसे रूफटॉप किचन गार्डनिंग के रूप में भी जाना जाता है. कई जगह पर लोग शौक से आगे बढ़कर व्‍यावसायिक रूप से सब्जियों और फलों का उत्‍पादन भवनों की छतों पर कर रहे हैं. गर्मियों में इसका फायदा एक यह भी है कि यह प्राकृतिक रूप से घरों का तापमान कम करने में भी मदद करता है.

पिछले फरवरी में ककड़ी( Long Cucumber ) के कुछ बीज छोटे गमलों में बतौर प्रयोग बोये गये थे जिन्‍होंने दो माह से भी कम समय में परिपक्‍व होकर फल देना शुरू कर दिया है. हालांकि उत्‍पादन बहुत तो नहीं है पर अपने हाथों उगायी ककड़ी का स्‍वाद ही अलग है. ककड़ी उगाने के लिए एक मध्‍यम आकार का गमला पर्याप्‍त होता है. एक गमले में ककड़ी की दो बेलें लगायी जा सकती हैं. बस उनमें थोड़ी दूरी रखना होगी. यदि गमला छोटा हो तो एक ही बेल लगाएं. बीज बोने के सप्‍ताह भर में पौधा निकल आता है और तेजी से बढ़ता है. पौधा निकलने के कुछ दिनों बाद गुड़ाई करनी चाहिए. पानी बहुत ज्‍यादा नहीं देना चाहिए. ककड़ी की बेल को पर्याप्‍त  धूप चाहिए. इसे रस्सियों के सहारे ऊपर तक चढ़ाएं या लकड़ी की टूटी टहनियों या बांस की खपच्चियों का ढेर जैसा बनाकर उस पर फैला दें. छत पर बेल को ना गिरने दें. बेल बोने के दो माह से भी कम समय में ककड़ी देने लगती है. इसे फरवरी-मार्च में बोना चाहिए जब गर्मी अधिक ना हो. तो यदि आपके पास थोड़ी खुली जगह है तो आप आसानी से टैरेस पर या बालकनी में ही ककड़ी उगा सकते हैं.









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